और झंडू ग़रीब हो गया…

झंडू हमारा बड़ा ही शानदार आदमी था। पिछवाड़े पर एक लाख की गाड़ी, आँखों पे काला चश्मा, हाथ में आई-फून और पाकेट में तीन-तीन क्रेडिट कार्ड। झंडू को लोग प्यार (और जलन के मारे) सेठ कहते थे। सब मस्त था उसके जीवन में। घऱ में दो प्यार करने वाले माँ-बाप। अकेली औलाद था तो कोई भी नहीं था कंपटीशन में। पढ़ा-लिखा गबरू लौंड़ा।
पर झंडू को न मालूम था कि मोदी उसके मस्त जीवन की लगाने वाले थे।