गाड़ी में सिर झुकाए बैठी लतीफ़ा को नहीं पता था कि उसके साथ क्या होने वाला है… पर उसे अंदाज़ा हो गया था कि उसका सौदा हो चुका है। लतीफ़ा कोई आम लड़की नहीं थी। वो हिम्मती और आज़ादी के तराने को अपने ज़ुबान कर गुनगुनाने वाली लड़की थी। पर […]
कहानी
दूसरा रास्ता…
दस साल बाद आस्था उसी स्टेशन पर खड़ी थी जहाँ से वो कभी अपनी बहन के साथ घऱ को जाया करती थी। आस्था के साथ चार बच्चे थे और आँखों पर काला चश्मा। वो चश्में के आँखों पर होते हुए भी अपने गुज़रे कल को साफ़-साफ देख सकती थी। दस […]