ठंड का मौसम था वो। लगता था जैसे प्रकृति ने कसम खा रखी थी कि वो हाड़-मांस जमा के ही दम लेगी। मैं कब्रस्तान के पास से गुज़र रहा था कि अचानक मुझे किसी की आहट सुनाई दी। मैं मुड़ा… पर वहाँ कोई नहीं था।
“किसी देख रहें हैं बाबू जी।”
और मैं जैसे ही मुड़ा मेरे होश फ़ाफ्ता हो गए। वो एक लड़की ही थी… पर उसका जबड़ा नहीं था। मैं डर के मारे वहीं जम गया।

“बाबू जी। क्या हो गया? आप किसे ढूँढ़ रहे है? आप कब्रस्तान के बहुत क़रीब हैं। ये जगह किसी के लिये सुरक्षित नहीं। सुना है यहाँ एक लड़की को कुछ लोगों ने मार कर फेंक दिया था। बहुत बुरा किया था उसके साथ। सुना है ज़ालिमों ने सरिया से उसका जबड़ा उखाड़ कर फेंक दिया। बाबू जी, आप ठीक तो हैं।”-वो बिना जबड़े वाली लड़की मुझ से बोली।
मैं इतना डरा हुआ था कि मेरे मुँह से चीख़ तक नहीं निकल रही थी। मेरा दिल सीनों में इतनी जोर से धड़क रहा था कि मुझे डर था कि मैं मरने वाला हूँ।
“डैडी, प्लीज़, डराओ मत। मैं मम्मा को शिकायत कर दूँगी।”- मेरी बेटी ने मुझ से कहा।
“पर तुम्हीं ने तो मुझ से डरावनी कहानी सुनाने के लिये कहा था। अब क्या हुआ?”- मैं ने पूछा।
“कुछ नहीं। बस नींद आ रहा है।”- मेरी छोटी बेटी ने आँखें मिंचते हुए कहा।
“मैं माँ को बुलाऊँ।”- मैं ने पूछा।
“मिष्ठी, चलो बेटा। कल स्कूल भी जाना है।“
कमरे के बाहर से आवाज़ आई।
“जी माँ।”- मिष्ठी ने बाहर खड़ी सिया से कहा।
“बस माँ, डैडी को गुड नाइट कह कर आती हूँ।”- मिष्ठी ने कहा।
उसने फिर मुझे मेरे खुरदुरे गाल पर चुंबन दिया और अपनी माँ का हाथ पकड़कर जाने लगी। पर सिया अपनी जगह से नहीं हिली थी। वो सीधे मुझे देखे जा रही थी। शायद उस अंधेरे कमरे में मुझे देख कर उसका दिल पसीज़ रहा था। कमरे में से मैं सिया के दिल की धड़कन महसूस कर सकता था।
पर फिर सिया ने दरवाजा बंद कर दिया और मुझे वहाँ अकेला छोड़ कर दोनों माँ-बेटी सोने को चले गए।
वहाँ उस कमरे में मैं अकेला सोच रहा था कि क्या ये सब ठीक है। मेरा इस तरह मिष्ठी का डैडी बनना, सिया को देखकर उस पर कायल हो जाना… उसे पाने की ख़्वाहिश करना। शायद नहीं। मिष्ठी बड़ी हो रही थी। मैं अंदर ही अंदर महसूस कर रहा था कि जल्दी ही उसका मुझ से मोह भंग होने वाला था। जल्दी ही मेरा उद्देश्य पूरा होने वाला था। नहीं, मुझे मिष्ठी से प्रेम नहीं करना चाहिये। मुझे सिया की तरफ खिंचाव महसूस नहीं करना चाहिये। और क्यों कोई मुझसे प्रेम करेगा। आख़िर हूँ तो मैं एक पुतला ही।
Credits for photograph of creepy Billy the prop goes to makers of Dead Silence Part 2.
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