तो आपका क्या जवाब है?

मेरे दोस्त के बारे में बताता हूँ। प्रेमी है, प्यार किया कज़िन से। चारों ओर से हमले… पर तूफ़ान में भी डट कर खड़ा रहने वाला प्रेमी। पर एक दिन उसके ऊपर ऐसा हमला हो गया कि वह चाह कर भी कुछ न बता सके। उसे किसी ने कज़िन से प्यार करने के जुर्म में जानवर कह दिया।

मुझ तक यह बात पहुँची। मैं अचंभे में था। क्या वाक़ई किसी को प्यार करने के जुर्म में जानवर कहना चाहिये? फिर क्या था। लेखक तो लेखक। जुट गया पड़ताल करने में कि क्या कज़िन लवर जानवर हो सकते हैं?

पड़ताल में एक बड़ी ही दिलचस्प बात का पता लगा। लवर की प्रजातियाँ सामने आई। आईये आपको मिलाता हूँ इनसे।

१. प्रेमी जो अपने ही धर्म में किसी से प्रेम करते हैं।

२. अपने ही जाति में प्रेम करने वाले प्रेमी।

३. अपनी ही बिरादरी में प्रेम करने वाले प्रेमी।

४. अपने ही वर्ण में प्रेम करने वाले प्रेमी।

५. अपने ही पड़ोस में प्रेम करने वाले प्रेमी।

६. दूरस्थ रिश्तेदार से प्रेम करने वाले प्रेमी।

७. निकट रिश्तेदार से प्रेम करने वाले प्रेमी।

८. अपने धर्म से बाहर प्रेम करने वाले प्रेमी।

९. अपने शहर से बार के व्यक्ति से प्रेम करने वाले।

१०. अपने प्रदेश से बार प्रेम करने वाले।

११. अपने देश के बाहर के व्यक्ति से प्रेम करने वाले।

१२. पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, चीनी व्यक्ति से प्रेम करने वाले।

१३. गोरी चमड़ी के होकर काली चमड़ी वाले से प्रेम करने वाले।

१४. अमीर होकर ग़रीब व्यक्ति से प्रेम करने वाले।

१५. ग़रीब होकर अमीर व्यक्ति से प्रेम करने वाले।

१६. ऊपर १२ नम्बर पर दिये देशों में से अतिरिक्त किसी से प्रेम करने वाले।

१७. अन्य।

सो अब आप सोच रहे होंगे कि इन सब में और मेरे दोस्त में एक-सी बात क्या है।

जी हाँ, आपका शक बिल्कुल सही है। इन सभी को प्रेम करने के लिये सजा दी गई। किसी को तनहा रहने के लिये मज्बूर किया गया तो किसी को सजा-ए-मौत।

अजीब दुनिया है मेरी जहाँ झंडे से प्यार करने पर सराहना मिलती है और जीवित स्त्री या पुरुष से प्रेम करने पर मौत। कैसा देश है मेरा जहाँ तुम धर्म से बाहर के व्यक्ति से प्रेम नहीं कर सकते, जाति से बाहर के व्यक्ति से प्रेम नहीं कर सकते, अमीर से प्रेम नहीं कर सकते, ग़रीब से प्रेम नहीं कर सकते। एक तरफ़ दूसरे धर्म के व्यक्ति से प्रेम पर मौत है तो अपनी धर्म के व्यक्ति से प्रेम करने परंपरा के ख़िलाफ़। कैसी परंपरा है ये जो प्रेम करने वाले पर व्यक्ति को जानवर घोषित कर देती है।

आप जैसे लोग कहते हैं कि कज़िन विवाह से उत्पन्न बच्चे विकृत पैदा होते हैं। और जिन बच्चों की माँ को ढूँढ कर किसी के घर की काम-वाली बना दिया जाता है उसके बच्चे तो बड़े ही शानदार होते हैं। तयशुदा शादी के बच्चे तो बड़े अच्छे होते हैं। इतने अच्छे कि उनको किसी को जान बिना जानवर कहने का भी अधिकार मिल जाता है।

अगर आप ने भी किसी को प्रेम करने के लिये उसे हवसी कहा, जानवर कहा, तो आपको अवार्ड मिलना चाहिये। एक तमग़ा। पर प्रेमी आपको वो तमग़ा नहीं देंगे। आपको वो अवार्ड देगें आनर किंलिंग के पक्ष में खड़े लोग, प्रेमियों को हवसी बोल कर बिरादरी में एक वर-वधू ढूढ़ने वाले लोग, दहेज लेने वाले लोग, कट्टरता के पक्ष में खड़े लोग।

मैं आपको नहीं जानता पर आप मशहूर होंगे। एक कज़िन लवर को जानवर कहने पर सम्मान जो पा लिया आपने। 

अधिकांश मानव जीवन में एक पल ऐसा आता है जब वह खुद को असहाय महसूस करता हैः प्रेम प्रदर्शन। प्रेम क्रोध की तरह नहीं है जिसे समाज में लोगों के सामने प्रदर्शित किया जा सके। पर सबसे अधिक दुख तब होता है जब लोग आपसे बेकार के सवाल करने लगते हैं। कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। पर ऐसे में ज़रा कहने से पहले फिर से आप सोचना।

One thought on “तो आपका क्या जवाब है?

  1. Bilkul sahi likha hai apne. ??
    Logo ko thoda open minded hona padega.
    Ye baat samjhni padegi unhe ki sirf unki vichardhara is duniya me ek matra vichardhara nhi h.

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