दोस्तों, आज बात हो जाये आपके बारे में। तो आप में से कितने महिला पुरुष हैं जो ये मानते हैं कि वो किसी से प्यार करते हैं। चूँकि हमारे देश में हर चीज की तरह प्यार की कई प्रजाति बताई गई है इस कारण मैं जाहिर कर दूँ कि यहाँ ”इश्क़ वाले लव” की बात हो रही है।
बड़ा ही दिलचस्प है ये इश्क़ वाला लव, दोस्तों। आप में से कईयों का दिमाग सिर्फ़ एक तरफ गया होगा जिस के अंत में सिर्फ़ दिलबर की नग्न शरीर ही दिखता होगा। कुछ नया नहीं, ये स्वाभाविक भी है और ठीक भी। पैसे से प्यार हो तो अंत में रुपया दिखता है और व्यक्ति से प्यार हो तो अंत पे व्यक्ति ही दिखेगा। पर क्या है ये इश्क़ वाला लव?
कुछ का मानना है कि ये पश्चिम की बयार है (जैसे हम हिंदुस्तानी तो यूं ही 125 करोड़ हो गये), कुछ का मानना है कि ये गंदा वाला प्यार है (तब हर कोई गंदगी की पैदाइस हुआ), कुछ का कहना है ये हमारी संस्कृति पर वार है (हाँ हाँ, हमारी संस्कृति में तो जबरन शादी और बलात्कार ही है ना)।
अब सवाल, क्या आप भी किसी से इश्क़ वाला लव करते हैं? क्या वाकई?
चलिये मान लिया कि आप भी किसी से प्यार करते हैं? तो क्या आप ने प्यार के लिये वो तीन काम कर लिये जो हर प्रेमी (स्त्री और पुरुष) को करना जरूरी है? आप कहेंगे कि मुझे नहीं पता कि वो तीन काम क्या है। कोई आश्चर्य नहीं। ये स्वाभाविक है। प्यार में इनसान प्यार के लिये तैयार नहीं हो पाता।
1. क्या आप अपने पैरों पर खड़े हुए?
मेरे पहले सवाल का कारण- देश में हर साल प्रेम संबंध टूटते हैं क्योंकि प्रेमी अपने पैरों पर खड़े नहीं होते। दोस्तों प्यार का सही अर्थ शादी करने में नहीं बल्कि खुद को पैरों पर खड़े करने में है। ज्यादातर प्रेम संबंध सिर्फ़ इस कारण असफल होते हैं क्योंकि प्रेमी सशक्त नहीं होते। रुपया दुनिया में सब कुछ नहीं, पर कुछ ऐसा है जो आपकी और आपके संबंधों की कमर तोड़ सकता है। दूसरी बात, जब तक आप किसी और पर निर्भर होते हैं तब तक आप पर बातें और इच्छाऐं थोपने वाले हजार होते हैं।
2. क्या आप अपने साथी को सशक्त करने के बारे में सोचते हैं या आपने इस बारे में प्रयास भी किया?
कारण- आप तो पैरों पर खड़े हो गये पर आपके या आपकी साथी का क्या? कोई अमर नहीं जिसमें से प्रेमियों पर तो हमेशा समाज की तलवार लटकी रहती है। तो क्या शादी के बाद साथी दर दर भटके? ऐसा क्यों होता है कि हम दूसरे के लिये कुछ करने की ज़िद में उसे अपंग कर देते हैं? कैसा प्यार है आपका जो आपको आपकी साथी को ही पीछे ढकेलने को कहता है?
3. प्रेमी हो कर भी क्या आप ने कभी किसी दूसरे प्रेमी से मिलने की कोशिश की?
कारण:- प्रेमियों को मारने में हमारा समाज हमेशा आगे रहता है। क्या कभी सोचा है कि ये आप के साथ भी हो सकता है? ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं। पहला कारण आप खुद अपना प्यार जगजाहिर करने से बचते हैं। जब आप खुद अपने प्रेम को अपराध मानते हैं तो कोई और क्यों उसे पाक-साफ माने? प्यार जाहिर करने से बचाने के होड़ में कभी भी प्रेमी किसी अन्य प्रेमी से नहीं जुड़ते और ऐन वक्त पर अकेले पड़ने के कारण मारे जाते हैं। कभी सोचा कि अगर मनोज और बबली एक हजार सशक्त प्रेमियों (आत्मरक्षा करने में भी सक्षम प्रेमियों) के साथ अपने गाँव जाते तो खाप उनका कुछ ना कर पाती।
दोस्तों, आप भी प्रेमी हो सकते हैं पर आपका प्यार ना तो शादी का मोहताज है ना ही ये शादी करने से पूरा होना चाहिये। प्यार कोई काम नहीं जो कल शादी करके खत्म हो गया। ये पूरी जिंदगी का मसला है। अजीब है कि पूरी जिंदगी के मसले के बारे में आप एक बार भी नहीं सोचते पर गली चौराहे पर देश, दुनिया और धर्म का बखान करते फिरते हैं।